इस ब्लॉगमें– 12-( विटामिन ) Vitamin Ke Bare Me full Jankari 2024 , Vitamin Kitne Parkar ke hote, Vitamin Sarir Ke Liye Kiyo Jaruri hote ?
आज में आप को इस ब्लॉग में विटामिन के बारे के बारे में साडी जानकारी दूंगा , जैसे की विटामिन कितने प्रकार के होते है , विटामिन सरीर के लिए कितने जरुरी होते है विटामिन । इस ब्लॉग में विटामिन ( A), विटामिन ( B), विटामिन (C) विटामिन ( D) विटामिन ( K) , और विटामिन के उपयोग क्या होते है ,
विटामिन के कितने प्रकार के होते है , विटामिन (A) विटामिन ( B) ( B1, B2, B3, B5, B6, B7 ,B9, B12) ,विटामिन के कमी से होने वाले रोग । विटामिन ( A) की कमी से कौन सा रोग होता है , विटामिन ( C) की कमी से कौन सा रोग होता है , विटामिन ( k) की कमी से कौन सा रोग होता है , कुछ खाश विटामिन , विटामिन चार्ट , विटामिन के रसायनिक नाम और उनकी कमी से होने वाले रोग
,विटामिन के सप्लीमेंट के फायदे ,विटामिन के उपयोग और स्रोत ( विटामिन के स्रोत , विटामिन के उपयोग ) ,विटामिन के कमी से होने वाले लझण ,विटामिन के सप्लीमेंट फायदे है क्या ? इस ब्लॉग में ये साडी जानकारी दूंगा । करपया आप इस ब्लॉग को पूरा जरूर पड़े ।
1 विटामिन क्या होते है , Vitamin Ke Bare Me full Jankari पूरी जानकारी
* विटामिन A
* विटामिन B
* विटामिन C
* विटामिन D
* विटामिन K
2 विटामिन के उपयोग क्या होते है
3 विटामिन के कितने प्रकार होते है
* विटामिन A
* विटामिन B( B-1, B-2, B-3, B-5, B-6, B-7 ,B-9, B-12 )
* विटामिन C
* विटामिन D
* विटामिन E
* विटामिन K
4 विटामिन के कमी से होने वाले रोग
5 विटामिन A की कमी से कौन सा रोग होता है
6 विटामिन C की कमी से कौन सा रोग होता है
7 कुछ खास विटामिन
8 विटामिन के खोज और उनके नाम
9 विटामिन के रासायनिक नाम और उनकी कमी से होने वाले रोग
10 विटामिन के सप्लीमेंट के फायदे
11 विटामिन के उपयोग और स्रोत ( विटामिन के स्रोत , विटामिन के उपयोग )
12 विटामिन के कमी से होने वाले लझण
1 विटामिन क्या होते है ,Vitamin Ke Bare Me full Jankari पूरी जानकारी ( Vitamin Kay Hote Hai , Puri Janakari )
विटामिन क्या होते है Vitamin Ke Bare Me full Jankari , विटामिन ऐसे कार्बनिक योगिक है जो , चाहे कितनी ही मात्रा में हो ये आप के सरीर के लिए बहुत ही अवसायक होते है । विटामिन क्या होते है,किसी भी प्रकार के विटामिन हो , ये हमे भोजन से ही मिलता है जो हम रोज खाते है ,उसी से हमारा बॉडी खुद विटामिन नहीं बनता या बहुत ही काम मात्रा में बनता है ।
विटामिन क्या होते है,जो हमें अपने भोजन से ही लेना पड़ता है , जो ह्यूमन बॉडी होता है । वे खुद से विटामिन सी नहीं बना पता है , इसलिए डॉक्टरों का कहना है की आप को जितना हो सके तो आप को ” फल ” और ” सब्जियों ” का सेवन बहुत ज्यादा मात्रा में करना चाहिए । कियोकि इसीसे में विटामिन और ऊर्जा मिलती है । चलिए में आप को आगे बताता हु , विटामिन के फायदे ।
* विटामिन A
विटामिन A– हमारे सरीर के लिए बहुत ही आवश्क पोषक तत्व है , जो हमारा सरीर नहीं बना सकता है । इसलिए इसे भोजन से हमे अपने आहार में ही शामिल करना पड़ता है ।
भोजन से मिला विटामिन ( A) सरीर के अवसक्ता होने तक संग्रहित रहता है , जहा जरीर है वह जाने से पहले विटामिन ( A) प्रोटीन से बंधा रहता है । विटामिन (A) आप के सरीर में रतोंधी के भीमरि से आप को बच्चाता है । आप के आखो के लिए भी बहुत ही फायदे मंद होता है , विटामिन ( A)
विटामिन ( A) के स्रोत –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( A) के स्रोत – सब्जिया और फल
- पते दार सब्जिया
- गाजर
- कद्दू
- मीठे आलू ( नारंगी मांस वाले )
- पीला मका
- आम
- पपीता
- अंधे
- मिल्क
- लाल ताड का तेल
विटामिन ( A) की कमी से –इसकी कमी से से बच्चो में रतोंधी जैसी बीमारी होने की सम्बावना होती है । विटामिन (A) की कमी से जीरोफ्थेलिमय नामक रोग हो जाता है , इस रोग से ग्रसित वैयक्ति को रात्रि में दिखाई नहीं देता है । ये रोग ज्यादा तर दूप में रहने से तथा आहार में विटामिन (A ) की कमी से ज्यादातर होता है ।
* विटामिन B
विटामिन ( बी ) – ये हमरे त्वचा को चमकदार और सवस्थ बनाये रखने में मदत करता है , विटामिन ( बी ) हमरे बॉडी में बहुत ही फायदा करता ही , ये हमरे समरण सकती को भी तेज कर देता है ।
ये हमारे सरीर के पोषक ततव को ऊर्जा में बदलने का काम करता है । ये मेटाबलिज़्म को बढ़ने में बहुत ही सहयता करता है , बिटामिन बी की उपयोग से हमारे सरीर के कोशिकाएं में पाए जाने वाले जिन डीएनए का निर्माड हुए मरमत करने आप के बॉडी का बहुत मदत करता है , विटामिन ।
विटामिन ( बी ) के स्रोत –
Vitamin Ke Bare Me full जानकारी विटामिन ( बी ) के स्रोत निचे दिए गए है ।
- संतरे
- हरे मटर
- अंडे
- चावल
- मटर
- दाल
- मुगफली
- अंकुरित बीज
विटामिन बी की कमी –थायमिन – वे – बेरी बेरी नमक रोग विटामिन बी की कमी से हो जाता है इसलिए आप को बिटामिन बी के सरे स्रोत का सेवन जरूर करना चाहिए । दड़कन के डोरे या दुसरवास या दुर्बलता जैसे लझण नजर आते है ।
* विटामिन C
* विटामिन C– ये एक एंटीऑक्सिडेंट है , यह फ्री रेडीफल से कोशिकाओं को नुकशान होने से बचता है । विटामिन ( c) दांतो और मसूड़ों को सवस्थ बांये रखने में मदत करता है ,
यह आयरन को अवशोषित करने में मदत करता है , जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनने के लिए बहुत ही आवश्यक है । विटामिन ( C) जलने जैसे घटनाओ को और घाव को थिक करने में बॉडी की बहुत मदत करता है ,
ज्यादा तर आप को विटामिन ( C) का सेवन जरूर करना चाहिए , विटामिन ( C) ज्यादा तर खट्टे होते है , जैसे आप ने कभी अम्ब्ला खाया होगा , उसमे विटामिन ( C) ज्यादा पाया जाता है । वो आप के सरीर के लिए बहुत ही फायदे मंद होते है
विटामिन ( C) के स्रोत –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( C) के स्रोत निचे दिए गए है
- अम्ब्ला
- टमाटर
- आलू
- ब्रोकोली
- स्टॉबेरी
- शिमला मिर्च
- संतरा
विटामिन ( C) की कमी से –विटामिन (C) की कमी से आप के बॉडी में बहुत असर आते है , रोग प्रतिरोग छमता काम होता है विटामिन ( C) की कमी से । स्कर्वी नामक रोग भी हो जाता है । मसूड़ों में सूजन , दांत गिरना , पैरो में चकते पढ़ जाते है रोगी का चेहरा पीला पद जाना ।
* विटामिन D
विटामिन डी लेना है तो आप को सूरज के रोशनी के संपर्क में जरूर आना चाहिए आप को आहार में विटामिन डी जरूर लेना चाहिए , पूरा विटामिन डी लेने से आप के मांसपेसियों और हडियो में कमजोरी और दर्द नहीं होता है ।
विटामिन डी के स्रोत –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन डी के स्रोत निचे बताये गए है
- मिल्क
- माखन
- अंडे का पीला भाग
- मछली के तेल
- दूप लेना
विटामिन डी की कमी से –इसकी कमी ज्यादा तर बच्चो में पाया जाता है , विटामिन डी की कमी से रिकेट्स नामक रोग हो जाता है । विटामिन डी की कमी से आप का सरीर काम कैल्सियम को अवशोषित करता है ,
जो आप के सरीर में हडियो को सवस्थ बनाये रखने कैल्सियम और फास्पेट भरपूर मात्रा में उपलब्ध नहीं होते है , इसलिए विटामिन डी की कमी से हडियो का विकाश नहीं हो पता है । जिससे बच्चो में रिकेट्स नमक रोग हो जाता है ।
* विटामिन K
* विटामिन K– इसका नाम जर्मन शब्द ” कोएग्युलेशनविटमिन ” से आया है । विटामिन के सरीर के रक्त के थके जमने और हडियो के निर्माड और बहुत से पार्कियो के लिए अवसायक होता है , इसका इस्तामल ब्लड को पतला करने के लिए भी उसे किया जाता है , स्तन कैंसर और मदुमेह और कई अन्य इस्थिति के लिए भी किया जाता है
विटामिन ( K) के स्रोत
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( K) के स्रोत निचे दिए गए है
- कीवी
- आवला
- गोभी
- हरी सब्जी
- पालक
- कैनाल तेल
विटामिन ( K) की कमी से विटामिन के की कमी से आप के बॉडी में रक्त का बहाव नहीं रुक पता है , और इसकी संभावना ज्यादा होती है । इसकी कमी से आप को आराम से ज्यादा चोट लग जाता है और आप को बुल्कुल आसानी से चोट लग जाती है
कभी कभी तो आप को सर्जरी के बाद रक्त को रोकना बहुत ही कठिन हो जाता है । इसलिए मेरा मने तो आप को अपने बॉडी में कभी भी विटामिन ( K ) की कमी होने ही नहीं देना चाहिए । आगे Vitamin Ke Bare Me Puri jankari
2 विटामिन के उपयोग क्या होते है ( Vitamin Ke Upyog Kya Haote Hai )
विटामिन का उपयोग बॉडी में ऊर्जा पैदा करने के लिए सभी कोशिकाओं को इसकी जरूरत पड़ती है । तव्चा और परिसंचरण तंत्र के लिए आवश्यक है लाल रक्त कौसिको के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है विटामिन , ये तंत्रिका के लिए भी बहुत आवशयक होते है ।
विटामिन लाल कोशिकाओं के उत्पाद के लिए बहुत ही जरुरी होता है । विटामिन कार्बनिक योगिक होता है । जिनको लोगो को काम मात्रा में जरूरत होती है । ये सवस्थ और शारीरिक कार्य को बनाये रखने में परतेक की अलग अलग बहुत भूमिका होती है ।
3 विटामिन के कितने प्रकार होते है ( Vitamin ke kitne parkar hote hai )
विटामिन के 6 प्रकार कके होते है , जिसमे से विटामिन ( A) विटामिन ( B) ( B1 , B2 , B3 , B5 ,B6 ,B7 ,B9, B12 ) विटामिन (C) विटामिन ( D) विटामिन ( E ) विटामिन ( K ) इतने प्रकार के होते है ।
विटामिन ( A) –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( A)-के कुछ पॉइंट होते है , जिसे आप को जानना चाहिए ।
- विटामिन (A) का रासायनिक नाम रेटिनॉल है
- यह फैट सॉल्युबल विटामिन है ।
- इससे हमरी हड़िया और मांसपेशिया मजबूत होती है ।
- विटामिन ( A) खून में कैल्सिम का संतुलन बनाये रखता है
- मुहाषो के इलाज के लिए बहुत ही उपयोगी होता है , विटामीन (A)
- विटामिन (A) हमारे बालो के लिए बहुत ही उपयोगी होता है ।
- इसकी कमी से आखो के रोग हो जाते है
- विटामिन (A) के मुख्य स्रोत जैसे – मिल्क ,पनीर, हरी सब्जी आदि
विटामिन ( B) –
ये हमरे त्वचा को चमकदार और सवस्थ बनाये रखने में मदत करता है। विटामिन ( B) के बहुत से पॉइंट है
- धड़कन के दोरे पड़ते है , विटामिन (B) की कमी से
- सरीर में दुर्बलता
- ये हमरे समरण सकती को भी तेज कर देता है ।
- ये मेटाबलिज़्म को बढ़ने में बहुत ही सहयता करता है
विटामिन ( B-1)
- विटामिन ( B-1 ) का रसायनिक नाम : थायमिन है ।
- यह वाटर – सेल्युबल विटामिन है
- आनाज , आलू , संतरे , अंडे , और सुरजममुखी के बीज ये सभी विटामिन ( B1 ) के स्रोत है ।
- फायदे – मस्तिस्क को विकसित रखने के लिए बहुत ही उपयोगी है , यादाश को बढ़ाता है ।
- विटामिन ( B-1 ) के कमी से बेरी बेरी नामक रोग हो जाता है
विटामिन (B-2 )
- विटामिन ( B-2 ) का रसायनिक नाम : राइबोप्लेविन है ।
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- विटामिन ( b-2 ) के स्रोत मिल्क , मांस , अंडे , हरी बिन्स , हरी सब्जी , मछली , केला ।
- फायदे – आखो के लिए फायदेमंद , सिरदर्द के लिए बहुत फायदेमंद , तव्चा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है ।
विटामिन ( B- 3 )
- रासायनिक नाम : नियासिन है
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- विटामिन ( B-3 ) के स्रोत गाजर , टमाटर , खजूर , अंडे , मिल्क है ।
- फायदे दस्त को काम करता है , रक्तचाप को नियन्तण में रखता है
विटामिन ( B-5 )
- विटामिन ( B-5 ) का रासयनिक नाम : पैण्टोथेनिक एसिड है
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- इसका स्रोत अनाज , चिकेन , एवोकेडो है ।
- विटामिन ( B-5 ) के फायदे आप के बालो को सवस्थ रखता है , बालो को सफ़ेद होने से बचता है ।
विटामिन ( B-6 )
- रासायनिक नाम : प्यरीडॉक्सीने है ।
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- स्रोत फल , मिल्क , दही , पनीर , सब्जिया , अनाज , मांश , केले और भी है ।
- फायदे तनाव को काम करता है , अनिद्रा को भी टिक करता है , सुबह की थकान को भी टिक करता है ।
विटामिन ( B-7 )
- विटामिन ( B-7 ) का रासयनिक नाम : बायोटिन है
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- विटामिन ( B-7 ) का स्रोत सब्जी , अंडे की जर्दी
- विटामिन ( B- 7 ) तवच के लिए बहुत फायदा है , बालो के लिए भी बहुत फायदा होता है ।
विटामिन ( B-9 )
- रासायनिक नाम : फोलिक एसिड होता है ।
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- स्रोत सूरजमुखी के बीज , सब्जी , पत्तेदार सब्जी, फलो में भी ये होता है ।
- फायदे रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिका का निर्माड करता है , मस्तिक के लिए भी फायदेमंद होता है , त्वच के लिए फायदे मंद होता है , गठिया के लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
- डॉक्टरों की सलाह जरूर ले – गर्भवती महिलाओ को यह लेने की सलाह दी जाती है ।
विटामिन ( B -12 )
- विटामिन ( B-12 ) के रासयनिक नाम : कायनोसोबल्मिन
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- बिटामिन ( B-12 ) के स्रोत मिल्क , मांस , मछली , अंडे , होते है
- विटामिन ( B -12 ) के फायदे खून की कमी में फायदे होते है , मुँह अल्सर जैसे बीमारी को भी कम करता है ।
विटामिन ( C) –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( C) –के बारे में कुछ पॉइंट
- विटामिन ( c) का रासयनिक नाम : स्कब्रिक एसिड होता है
- यह वाटर – सल्यूबल विटामिन है ।
- यह हमरी हडियो के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है
- हमरी त्वच के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है
- विटामिन ( C) किसी भी घाव को भरने में हमारी बहुत मदत करता है
- इसकी कमी हम फल और सब्जियों से पूरा कर सकते है
- अमला और टमाटर , ब्रोकोली में अच्छी मात्रा में विटामिन ( C) पाया जाता है
- विटामिन ( C) का सेवन वो लोग ज्यादा करे , जो धूम्रपान करते है और गारवती महिला को भी इनका सेवन ज्यादा करना चाहिए ।
विटामिन ( D) –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( D) –के बारे में कुछ पॉइंट है
- विटामिन ( D) हमें दूप से मिल जाता है ।
- इसका रासयनिक नाम : एरगोसेलीस्फेरोल होता है
- यह फैट – सॉल्युबल विटामिन है
- विटामिन (D) हमारे सरीर में कैल्सियम की मात्रा को बढ़ाने में बहुत ही मदात करता है
- दातो को सड़ने से बचता है , विटामिन (D)
- हम विटामिन ( D) 3 माद्यम से ले सकते है , पहला हम त्वच के माद्यम से ( धुप से ) , दूसरा हम अपने आहार से , तीसरा हम अपने पूरक से ले सकते है ।
- विटामिन ( d) हम मिल्क , और अंडे के जर्दी से हमे मिल जाता है
- हडियो के निर्माड के लिए भी जरूरी होता है
- मांसपेसियों में कमजोरी और थकान को भी दूर करता है
विटामिन ( E) –
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन ( E) -इसके बारे में
- रसायनिक नाम : तोसोफेरोलसः है
- यह फैट – सॉल्युबल विटामिन है
- ये आप के सेहत को बेहतर बनाता है
- आप के बालो और त्वचा को अच्छा बनने में मदत करता है
- विटामिन ( E) काळा दबे और सनबर्न से बचत है
- यह हमारी प्रतिरझा परणडली को मजबूत बनता है
- विटामिन ( E) मिलता है अन्नाज , बादाम , अंडे , मिल्क , वनस्पति तेल , से हमे मिलता है
- किसी को भी किसी भी प्रकार के यृक्त रोग हो तो उनके लिए विटामिन ( e) बहुत ही फायदेमंद होता है
- विटामिन (E) के कोई भी पूरक दवा लेने से पहले आप को डॉटर का सलाह जरूर लेना चाहिए
विटामिन (K) –
Vitamin Ke Bare Me full Jankariविटामिन (K)-के बारे जानकारी
- विटामिन ( K) के रासयनिक नाम : फिलोकिवनोने है ।
- यह फैट – सॉल्युबल विटामिन है
- विटामिन के स्वस्थ हडियो और ऊतकों के लिए प्रोटीन बनाकर हमारे सरीर की मदत करता है
4 विटामिन के कमी से होने वाले रोग ( Vitamin ke kami se hone wale rog )
सीरियल नंबर ( Sr no ) | विटामिन ( Vitamin ) | कमी से होने वाले रोग |
1 | विटामिन ( A ) | रतौंधी जैसी बीमार । मोतियाबिंद , त्वचा का सूखा जाना , त्वचा का हल्का हो जाना |
2 | विटामिन ( B) | लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाना , थकन और कमजोरी का महसूस होना , उलटी और दस्त का होना |
3 | विटामिन ( B1) | भूख और वजन का घटना , तंत्रिका विकाश , बेरी बेरी जैसा रोग हो जाना , पेट ख़राब हो जाना |
4 | विटामिन (B2 ) | जीभ पर चले पढ़ जाना , बिना समय के बुढ़ापा का आ जाना |
5 | विटामिन (B5 ) | पैरो में जलन होना , पेसियो में लकवा जैसा होना |
6 | विटामिन ( B6 ) | सरीर का भर काम होना , दिमाग का थिक से काम न करना , त्वचा जैसी रोग हो जाना |
7 | विटामिन ( B7 ) | दिमाग का कम होना , लकवा की शिकायत होना , बालो का गिरना , सरीर में दर्द होना |
8 | बिटामिन ( B9 ) | तांतिरक समबन्दित समस्ये , मुँह में छाले पद जाना , अनीमिया था पेचिस जैसी बीमारी का होना |
9 | विटामिन ( B12 ) | रुधिर की कमी हो जाना |
10 | विटामिन (C) | जरा सी चोट में रुधिर का निकलना , मसूड़े का फूल जाना , अस्थिया कमजोर हो जाना |
11 | विटामिन (D) | दातो का सड़ना , दातो का कमजोर हो जाना , सूखा जैसी रोग का हो जाना |
12 | विटामिन (E) | जनन शक्ति का काम जोर हो जाना |
13 | विटामिन ( K) | ऐठन , और हिमोफिलिया जैसा रोग हो जाना , रुधिर का बहाना |
5 विटामिन A की कमी से कौन सा रोग होता है ( Vitamin A Ki Kami Se hone wale rog )
Vitamin Ke Bare Me full Jankari विटामिन A की कमी से होने वाले रोग
- रतोंधी का हो जाना विटामिन (A) की कमी से
- मोतियाबिंद जैसी बीमारी को हो जाना
- त्वचा का सुख जाना
- त्वचा का हल्का हो जाना
- विटामिन ( A) की कमी से नेत्र हिन् हो सकते है
- आखो के निचे कुछ झागदार हो जाते है
6 विटामिन C की कमी से कौन सा रोग होता है ( Vitamin C ki kami se hone wale rog )
- जरा सी चोट में रुधिर का निकलना
- मसूड़े का फूल जाना
- अस्थिया कमजोर हो जाना
- पैरो में दरव का जमा हो जाना
- घाव का टिक न होना
- शिशु का वजन का कम हो जाना
- शिशु चिलचिड़े हो जाते है विटामिन (A ) की कमी से
7 कुछ खास विटामिन ( kuch khas vitamin )
विटामिन | स्रोत | भूमिका | RDA |
विटामिन (A) | पते दार सब्जिया गाजर कद्दू मीठे आलू ( नारंगी मांस वाले ) पीला मका आम पपीता अंधे मिल्क लाल ताड का तेल फल मिल्क माखन | इससे हमरी हड़िया और मांसपेशिया मजबूत होती है । विटामिन ( A) खून में कैल्सिम का संतुलन बनाये रखता है मुहाषो के इलाज के लिए बहुत ही उपयोगी होता है , विटामीन (A) विटामिन (A) हमारे बालो के लिए बहुत ही उपयोगी होता है । | 1 मि , ग्राम |
थायमिन B | अट्टा , अनाज , और मावा मटर फलिया साबुत | यह कार्बोहाइडेट के जव्लन को सुनिश्चित करता है | 1.0-1.4.मि , ग्राम 1.0-1.4मि , ग्राम |
राइबोफ्ले विन भी | पनीर और मिल्क | यह ऊर्जा रिलीज और रखरखाव के लिए सभी कोशिका के लिए आवश्यक है | 1.2-1.7 |
नियासिन | सभूत अनाज , अट्टा और एनरिच अंत | यह ऊर्जा रिलीज और रखरखाव के लिए सभी कोशिका के लिए आवश्यक है | 13-19 |
पिरिडकीस न बी | साबुत आनाज , मिल्क | रक्त कोशिकाओं और तंत्रिका को समुचित रूप से काम करेने के लिए इसकी जरूर होती है | 2 मि ग्रा |
पेंटोथेनि क अम्ल | गिरीदार फल और साबुत अन्नाज | ऊर्जा पैदा करने के लिए सभी कोशिकाओं की इसकी जरूर पड़ती है | 4-7 मि ग्रा |
बायोटिन | तजा फल , सब्जिया गिरदारी | तव्चा और परिसाचरण – तंत्र के लिए बहुत ही आवश्यक है | 100-200 मि ग्रा |
फोलिक अम्ल | सब्जिया और तजि सब्जिया | बॉडी में लाल कोशिकाओं के लिए बहुत जरुरी होता है | 400-मि ग्रा |
विटामिन (B) | दुग्धशाला उत्पाद | लाल कोशिकाओं , असिथ मज्जा उत्पादन के साथ – साथ तंत्रिका तंत्र के लिए आवश्यक है | 3 मि ग्रा |
विटामिन (C) | अबला , रसदार फल , टमाटर कच्ची बंद गोभी स्टॉबेरी , आलू | दातो और दातो के मसूड़ो के लिए वहुत आवश्यक है , हडियो और ऊतकों के रखरखाव के लिए बहुत ही जरुरी है | 60 मि ग्रा |
विटामिन (D) | दुग्धशाला उत्पाद बदन में धुप सेकने से कुछ एक विटामिन तव्चा में भी पैदा होता है | रक्त में कॉलसियम का स्तर बनाये रखने और हडियो के संवद्ध्र्रन के लिए बहुत ही आवश्यक होता है | 5-10 मि ग्रा |
विटामिन (E) | वनस्पति तेल और अनेक दूसरे खाद्य पर्दार्थ | वशिव तत्वों से निपने वाले ऊतकों तथा कोशिको झिली की रचना के लिए बहुत ही जरुरी होता है | 8-10 मि ग्रा |
8 विटामिन के खोज और उनके नाम ( Vitamin ki khoj aur unke name )
विटामिन का नाम | विटामिन की खोज | विटामिन का केमिकल का नाम |
1909 | विटामिन (A) | रेटिनल |
1912 | विटामिन (B1) | थियमिन |
1912 | विटामिन (C) | इसकबीरक एसिड |
1918 | विटामिन (D) | एगोकलसिफेरो |
1920 | विटामिन (B2) | राइबोप्लेविन |
1922 | विटामिन (E) | टोकोफेरोल्स |
1926 | विटामिन | पियानो कोबालिन सायनोकोबला मीन – हाइड्रोक्साबोब लमीन – मिथाइलकोबा लीन |
1929 | विटामिन | फैलोकिवनों – मेंकिवनों |
1931 | विटामिन | पीटोथेनिक एसिड |
1931 | विटामिन | बायोटिन |
1934 | विटामिन | पैरीडॉकिसन पैरीडोकसामा इन पैरीडोक्सामा |
1936 | विटामिन | नियासिन – नियासिनमैन्ड |
1941 | विटामिन | फोलिकएसिड – फिलिनीक एसिड |
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9 विटामिन के रासायनिक नाम और उनकी कमी से होने वाले रोग ( Vitamin ke rasynik name aur unki kami se hone wale rog )
- विटामिन (A) – रेटिनल ,रतौंधी जैसी बीमार । मोतियाबिंद , त्वचा का सूखा जाना , त्वचा का हल्का हो जाना
- विटामिन (B1) -थायमिन है ,भूख और वजन का घटना , तंत्रिका विकाश , बेरी बेरी जैसा रोग हो जाना , पेट ख़राब हो जाना
- विटामिन (B2)-राइबोप्लेविन है जीभ पर चले पढ़ जाना , बिना समय के बुढ़ापा का आ जाना
- विटामिन (B3) -नियासिन है,तव्चा पर फोड़ें फुंसी का होना , पाचन किर्या में गड़बड़ी , मानसिक का ख़राब होना , जीभ का चिकनापन का होना
- विटामिन (B5) -पैण्टोथेनिक एसिड ,पैरो में जलन होना , पेसियो में लकवा जैसा होना
- विटामिन (B6) -प्यरीडॉक्सीने ,सरीर का भर काम होना , दिमाग का थिक से काम न करना , त्वचा जैसी रोग हो जाना
- विटामिन (B7) -बायोटिन है, दिमाग का कम होना , लकवा की शिकायत होना , बालो का गिरना , सरीर में दर्द होना,
- विटामिन (B12)-कायनोसोबल्मिन ,रुधिर की कमी हो जाना
- विटामिन (c)-स्कब्रिक एसिड ,जरा सी चोट में रुधिर का निकलना , मसूड़े का फूल जाना , अस्थिया कमजोर हो जाना
- विटामिन (D) -एरगोसेलीस्फेरोल ,दातो का सड़ना , दातो का कमजोर हो जाना , सूखा जैसी रोग का हो जाना
- विटामिन (E) -तोसोफेरोलस,जनन शक्ति का काम जोर हो जाना
- विटामिन (K) -फिलोकिवनोने ,ऐठन , और हिमोफिलिया जैसा रोग हो जाना , रुधिर का बहाना
10 विटामिन के सप्लीमेंट के फायदे ( vitamin ke sapliment ke fayde )
जब सरीर में विटामिन की कमी हो जाती है , तो उसकी आपूर्ति के लिए डॉक्टरों का कहना है , की विटामिन सप्लीमेंट का सेवन किया जा सकता है , इसका सेवन करने के लिए आप डॉक्टरों की सलाह अवश्य ले , जिससे आप को डॉक्टरों सही से सलहा दे सकते है ।और वे आप को विटामिन की साडी जानकारी दे सकता है ।
आप ले सकते है –
- कैल्शियम और विटामिन (D) हडियो को मजबूत रखने और उनके नुकशान को कम करने में मदत का सकते है ।
- गर्भवती महिलाओ का यह सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जताई है , ताकि भुंड में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट का जोखिम कम किया जा सके ।
- विटामिन (C) की गोली के फायदे उम्र से समबन्दित बीमारियों , जैसे कमजोरी होती नजर की परेशानी को कम कर सकते है ,
- फोलिक एसिड कुछ जन्म दोस के जोखिम को कम करने में मदत कर सकते है
11 विटामिन के उपयोग और स्रोत ( विटामिन के स्रोत , विटामिन के उपयोग )
देखिए , आप ने ऊपर विटामिन के बारे में सब जान लिया , में आप को इनके प्रयोग और स्रोत के बारे में आप को जरूर ही जानना बहुत ही जरुरी है । आप को इसमें विटामिन कितने होते है और उनके स्रोत के बारे में बताऊंगा ।
- विटामिन (A)
- विटामिन (B)
- विटामिन (C)
- विटामिन (E)
- विटामिन (B1)
- विटामिन (B3 )
- विटामिन (B6)
- विटामिन (B12)
विटामिन के स्रोत
- विटामिन (A) -पते दार सब्जिया ,लाल ताड का तेल,मिल्क,पीला मका
- विटामिन (B) -गेंहू , संतरा , मुगफली , हरी सब्जी , हरे टमाटर , सोयाबीन , चावल
- विटामिन (C) -आवंला , नारंगी , नीबू , संतरा , अंगूर , टमाटर , अदि
- विटामिन (E)-वनस्पति तेल , मेवे , बीज , हरी पत्तेदार सब्जिया
- विटामिन (B1) -साबुत , मांस , सूखा खमीर , अन्नाज , फलिया ,आलू
- विटामिन (B3 ) -मांस , मुर्गी , मछली , मेवे , और फलिया
- विटामिन (B6) -लिवर ,सूखा खमीर , अनाज , मछली , फलिया, अंगो का मांस
- विटामिन (B12) -अंडे , फोटिफाइड अनाज , क्लेम , सालमन और टूना
विटामिन के उपयोग
- विटामिन को आवश्यक पोषक तत्व मन जाता है , एक साथ कार्य करते है यह सरीर के बितर कई भूमिकाये निभाते है
- ये भोजन को ऊर्जा में परिवर्ती करता है , और सेलुलर झाती की मरमत करता है
- ये हडियो को सहारा देने के काम करता है , घाव को भरने और आप के सिस्टम को मजबूत करने में मदत करता है ।
- हमें भोजन में ऐसे चीजों को शामिल करना चाहिए , जिससे आप को बहुत ज्यादा पोषण मिले
- सरीर को विटामिन की बहुत ही जरुरी होती है , कियोकि ये आप को अंदर से स्ट्रांग बनता है , इसलिए आप को विटामिन का उसे ज्यादा करना चाहिए
12 विटामिन के कमी से होने वाले लझण ( Vitamin ke kami se hone wale lajhan )
ये बात तो बहुत ही मुश्किल है की ,आप के बॉडी में ये जान पाना की आप के बॉडी में विटामिन की कमी । सरीर में विटामिन की कमी से होने पर मानसिक और सरीरक दोनों ही रूप से इसके लझण नजर आ सकते है , जो इस प्रकार के होते है –
- बालो का वाइट हो जाना
- फेमन शांत न होना
- फेस पर काला का हो जाना
- मानशिक विकार का होना ,
- पागलपन जैसा वेवहार करना
- चिड़चिड़ापन हो जाना
- भावनात्मक तोर पर अस्थिर होना
- डिप्रेशन का शिकार का हो जाना
- सरीर में ज्यादा खुजली का होना
- पिम्पल का निकलना
- जलो का निकलना