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Delhi का New CM कौन ,CM इस्तीफा कियो दिया,Delhi Cm , Arvind Kejiriwal ,का जीवन परिचय , ,और उनको जेल कियो हुआ,

Delhi का New CM कौन ,CM इस्तीफा कियो दिया,Delhi Cm , Arvind Kejiriwal ,का जीवन परिचय , ,और उनको जेल कियो हुआ,

Introduction

Arvind Kejiriwal भारतीय राजनैतिक के एक प्रमुख्य चेहरा है , Arvind Kejiriwal की पहचान उनकी ईमानदारी और भरषटाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए होती है । उनके जीवन और कॅरियर , राजनैतिक में योगदान कई लोगो के लिए प्रेडना का स्रोत है । में आप को इस ब्लॉग में Arvind Kejiriwal की जीवन की यात्रा , उनके राजनैतिक करियर , और उन विवादों के बारे में विस्तार से जानेगे , जिनके चलते उनको जेल भी जाना पड़ा ,Delhi Cm Arvind Kejiriwal ने इस्तीफा कियो दिया ?Delhi का New Cm कौन । इस ब्लॉग को पूरा पढ़े –

Delhi Cm Arvind Kejiriwal ने इस्तीफा कियो दिया ?

Arvind Kejiriwal अबकी मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के 2 दिन बाद Delhi Cm Arvind Kejiriwal ने मुखयमंत्री पद से इस्तिफा देने के ऐलान कर दिया है । अरविन्द केजीरवाल ने अपना इस्तीफ दिल्ली के राजपाल Alg v.k Saksena को दे दिया है । उनोने विधायकों के बैठक में New Cm का अयलान करेंगे । Arvind Kejiriwal के बारे में सवोच्च न्यायलय ने स्पष्ट रूप से कहा की ऐसा लगता है , की सीबीआई ने अरविन्द केजरीवाल को इस लिए गिरफ़्तार किया है ताकि उन को Edi से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा होने से रोका जाये ।

Delhi का New CM कौन

जब से अरविन्द केजरिवाल ने मुखयमंत्री पद से इस्तिफा दिया है तब से ये सवाल बहुत तेज से फैल रहा है की , अब मुख्यमंत्री कौन बनेगा । लेकिन अब एलन हो गया है की आतिशी मालेना आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली की मुखयमंत्री बनेगी । दिल्ली में तीसरी बार कोई महिला मुख्यमंत्री बानी है , पहले , सुषमा स्वराज , शिला दीझित के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुखयमंत्री बानी है ।

Arvind Kejiriwal का प्रारंभिक जीवन और शिझा

Arvind Kejiriwal जी का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणां के हिसार जिले में हुआ था । उनके पिता का नाम गोविन्द राम था , अरविन्द केजरिवाल एक इलेक्टिक इंजीनियर थे । अरविन्द केजरिवाल 3 भाई – बहन है । बचपन से ही पढाई में अच्छे थे वे एक अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे । उनकी परभिक शिझा कैम्प्स स्कूल , हिसार में हुआ था , उसके बाद अरविन्द केजरिवाल प्रोधोगिक संस्था (IIT) खड़गपुर से मेकेनिक इंजीनियरिग में स्तनाक की पढाई पूरी की ।

Arvind Kejiriwal की (IIT) से स्ननात्क होने के बाद , अरविन्द केजरीवाल ने टाटा स्टील में काम करना सुरु किया , लेकिन जल्दी ही उनको पता चल गया की उनका असली उदेश्य समाज सेवा करना है । फिर उनोने टाटा स्टील की जॉब छोड़ कर सिविल सेवाओं में जाने का मन बना लिया । फिर वे 1992 में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) का हिस्सा बने ।

करियर और सामजिक कार्य

Arvind Kejiriwal का करियर और सामाजिक कार्य , जब IRS में काम करते हुए , अरविन्द केजरिवाल ने देखा की सरकारी विभागों में किश तरह भ्रस्टचार किस तरह फैला हुआ है । उनको भ्रस्टचार अच्छा नहीं लगता था , फिर अरविन्द केजरिवाल ने उसे जड़ से ख़तम करने के लिए वचन लिया । 2006 में उनोने भारतीय राजस्व सेवा से इस्थिपा दे दिया और अपनी पूरी ऊर्जा सामजिक कार्यो में लगा दी ।

अरविन्द केजरिवाल ने ” परिवर्तन ” नामका एक गैर सरकारी संगठन (NGO) की इस्थापना की , जिसका उद्देश्य गरीबो को सरकारी कार्यालयों में सेवाएं दिलाने में मद्दत करना था । Arvind Kejiriwal का सबसे मह्त्वपूण्य योगदान 2010 में सुरु हुआ ” जन लोकपाल योगदान ” में रहा , जिससे अन्न हजारे के नेत्रक में चलाया गया था । इस आंदोलन ने भ्रस्टाचार विरोधी कानून लागु करने के लिए सर्कार पर बहुत दबाव डाला ।

राजनैतिक सफर की शुरुआत

Arvind Kejiriwal राजनैतिक सफर की शुरुआत 2012 में हुआ जब उनोने ने आम आदमी पार्टी (AAP ) की स्थापना की । अरविन्द केजीरवाल का मुख्य उदेस्य था , भारत की भरस्टाचार मिक्त देश बनाना और जन लोकपाल बिल को लागु करना ।

  • सामाजिक कार्य और भरस्टाचार विरोधी आंदोलन
  • अन्न हजारे और जनलोकपाल आंदोलन
  • आम आदमी पार्टी(AAP ) का गठन
  • दिल्ली विधान सभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद
  • राजनैतिक मॉडल और उपलब्धिया

दिल्ली का चुनाव और मुख्यमंत्री बनाना

दिल्ली के 2013 विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने पहली बार चुनाव लड़ा और 70 में 28 सीट जीतकर सभी पार्टी को चौका दिया । फिर कांग्रेस ने Arvind Kejiriwal को समर्थन दिया और वे 28 दिसम्बर 2013 को दिल्ही के मुख्यमंत्री बने । लेकिन केजरीवाल की सर्कार केवल 49 दिन तक ही चली । कियोकि वे जनलोकपाल बिल को पाश कराने में असमर्थ रहे और इसके विरोद में इस्थिपा दे दिया ।

फिर 2015 में हुए दिली विद्यानसभा चुनाव में AAP ने जोरदार वापसी की और 70 सीटों में से 67 सीट जीतकर दिली विधानसभा में वापसी की । यह जित अरविन्द केजरिवाल और उनकी पार्टी के लिए बड़ी जीत मन जाता है ।

मुक्त बिजली – पानी और शिझा सुधार

आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में बहुत से सुधर किये । मुक्त बिजली और पानी की योजना , मोहला क्लिनिक , और सरकारी स्कूलों में सिझा का सुधार और बहुत से काम है जो , Arvind Kejiriwal ने दिल्ली में किया , जिसके वजह से अरविन्द केजरीवाल के पार्टी दिल्ली में बहुत ही लोक प्रिय हो गया अरविन्द केजरिवाल दिल्ली में बहुत लोक प्रिय नेता बन गए थे । जो अपने चेहरे के बल बुते ही दिल्ली में बहुत बार सर्कार बना रहे है ।

विवाद और जेल जाने का कारण

अरविन्द केजरिवाल का राजनैतिक जीवन विवादों से भरा हुआ है । उन पर कई बार आरोप लगाए गए है , जिनमे उनके विरोदियो दवारा लगाए गया । भरस्टाचार के आरोप और मानहानि के मामले प्रमुख्य है । अरविंद केजीरवाल के खिलाप कई मानहानि के मुकदमे दायर किये गए , जिसमे उनके विरोदियो ने दावा किया की केजरिवाल ने उनके खिलाफा झूठे आरोप लगाए है ,

सबसे प्रमुख मामला 2018 में दिल्ली के मुख्या सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट का था । इस मामले में आरोप था की अरविन्द केजीरवाल के घर पर आयोजित एक बैठक के दौरान , आम आदमी पार्टी के विधयकों ने मुख्य सचव के साथ मारपीट और बदसूलकी की । इस घटना के बाद अरविन्द केजरिवाल और उनके सहयोगियों के खिलाप FIR दर्ज की गई ।

Arvind Kejiriwal जेल कियो गए थे ?

अरविन्द केजीरवाल का जेल जाना एक विवादित घटना रही थी । 2014 में उनने भाजपा के नेता नितिन गडकरी के खिलाफ भार्स्ताचार के आरोप लगाए थे । जिसके बाद अरविन्द केजीरवाल के खिलाफ नितिन गतकारी जी ने उनके खिलफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था । इस मुकदमे के चलते अरविन्द केजीरवाल को अदालत में पेश होने का आदेश मिला था , लेकिन अरविन्द केजीवाल ने जमानत लेने से इंकार कर दिया था ।

तब उन कुछ दिने के लिए जेल बेज दिया गया था । फिर अरविन्द केजीरवाल ने मिडिया से कहा की , वे निर्दोष है और वे अगर जमानत लेने जायेंगे तो , उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाना होगा । उसके बाद भी अरविन्द केजीरवाल पर बहुत से मुकदमे और मानहानि के केश उनके ऊपर दर्ज हुआ । और उनको अनेको बार अदालत और जेल जाना पड़ा ।

जनता का समर्थन और आलोचना

अरविन्द केजीरवाल का राजनैतिक जीवन विरोधाभासो से भरा रहा है । एक तरफ जहा उनोने दिली के जनता के लिए उनोने कई सकारात्क योजना को लागु किया , दूसरी तरह अरविन्द केजीरवाल के ऊपर कई विवादी और क़ानूनी मामले भी सामने आये ।

अरविन्द केजरिवाल को नहीं पसंद करने वाले लोग कहते है की , केजरिवाल राजनैतिक में ईमानदारी का ढोंग करते है । और अपनी अच्छी छवि बांये रखने केलिए दूसरे राजनेता पर आरोप लगते है , ये वे लोग कहते है जो अरविन्द केजरीवाल को नहीं पाषंड करते है । वे लोग ये भी कहते है की

वे अपने आप को ईमानदार समझते है , लेकिन वे आयी नहीं है । वही अरविन्द केजीरवाल को पसंद करने वाले लोग करते है की , अरविन्द केजरिवाल भरस्टाचार के खिलाफ लड़ने वाला योद्या मानते है । लोगों का कहना की अरविन्द केजरिवाल जी ही एक ऐसे राजनेता है जो बिना किसी से डरे लोगो से टकराव करते है ।

आम आदमी पार्टी का विस्तार

अरविन्द केजरिवाल की पार्टी ने दिली के आगे भी अपनी राजनैतिक उपस्थिति दर्ज कराइ है । जैसे पंजाब में 2022 के विधानसहभा चुनाव में पार्टी ने बड़ी जीत हाशिल की और भगवंत मान को मुख्यमंत्री बनाया , इसके अलावा केजरीवाल के पार्टी और भी अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ रहे है । अरविन्द केजरिवाल का मुख्य उद्देश्य है की , जितना हो सके उतना अपने भारत को भरस्टाचार मुक्त बनाना है , जैसी वेवस्था दिली में है , जैसे अच्छे स्कूल , अच्छे हॉस्पिटल , ये साडी वेवस्था वे पुरे देश में लाना चाहते है ।

Arvind Kejiriwal की निजी जीवन

अरविन्द केजरिवाल जी का निजी जीवन , उनकी पत्नी सुनीता केजरिवाल है । जो भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में उनकी साथी थी । अरविन्द केजरीवाल के 2 बच्चे है – बेटी हाशिता और बेटा पुलकित है । अरविन्द केजीरवाल की पत्नी सुनीता केजीवाल भी एक सशक्त महिला है और अपने परिवार के साथ अरविन्द केजरिवाल के सामाजिक और राजनैतिक जीवन में सहयोग देती है ।

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निष्कर्ष

अरविन्द केजरिवाल जी का जीवन एक आम आदमी से लेकर मुख्यमंत्री तक की यात्रा की कहानी है । उनका संघर्ष , योगदान , और भरस्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई ने उन्हें भारतीय राजनैतिक में एक अलग पहचान दिलाई है । अरविन्द केजरीवाल के नेटवत में आम आदमी पार्टी ने दिली और पंजाब में बहुत अधिक वोटो से जित हासिल किया । और वे भविष्य में रास्टीय राजनैतिक में एक बढ़ी भूमिका निभाने की उन्मीद रखते है ।

अरविन्द केजरिवाल की राजनैतिक को लेकर लोगो के बिच अलग – अलग धरड़नाये हो सकती है , लेकिन यह तय है की केजरिवाल ने देश में राजनैतिक व्यवस्था को बदलने की दिशा में मह्त्वपूण्ड योगदान दिया है ।

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